Chicken Farm: आज के समय में हर कोई कम लागत में ज्यादा मुनाफा Rosanne का धंधा शुरू करना चाहते हैं, तो हैदराबाद की वनराजा मुर्गियां आपके लिए एक शानदार मौका हो सकती हैं। ये मुर्गियां न सिर्फ पौष्टिक मांस और अच्छे अंडे देती हैं, बल्कि इनके जरिए आप कम समय में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। आइए, जानते हैं कि कैसे 20-30 मुर्गियों से शुरू करके आप लखपति बन सकते हैं और इसका पूरा प्लान क्या है।
वनराजा मुर्गी: एक खास नस्ल
डॉ. वर्मा, पोल्ट्री विशेषज्ञ, बताते हैं कि वनराजा नस्ल डीपीआर हैदराबाद द्वारा तैयार की गई एक खास ब्रीड है। यह मुर्गी कत्थई रंग की होती है और दिखने में बहुत आकर्षक है। इसकी लोकप्रियता की वजह इसका उच्च अंडे उत्पादन और पौष्टिक मांस है। यह मुर्गी रोग प्रतिरोधक होती है, यानी यह जल्दी बीमार नहीं पड़ती। इसका वजन भी तेजी से बढ़ता है, जो इसे बिजनेस के लिए बेहतरीन बनाता है।
Chicken Farm वनराजा नस्ल की खासियतें
खासियत |
विवरण |
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अंडे उत्पादन |
एक साल में 120-140 अंडे |
वजन |
चूजे का वजन 35-40 ग्राम, 12 हफ्तों में 1800-2000 ग्राम |
अंडे देने की शुरुआत |
5 महीने बाद |
बाजार मूल्य |
600-700 रुपये प्रति किलो |
रोग प्रतिरोधक क्षमता |
उच्च, बीमार होने की संभावना कम |
वनराजा मुर्गी एक साल में 120 से 140 अंडे देती है, जो सामान्य मुर्गियों से ज्यादा है। इसका चूजा 35-40 ग्राम से शुरू होकर 90 दिनों में 1.8-2 किलो तक पहुंच जाता है। यह पांच महीने में अंडे देना शुरू कर देती है। बाजार में इसका मांस 600-700 रुपये प्रति किलो की दर से बिकता है, जो इसे मुनाफे का सौदा बनाता है।
बिजनेस शुरू करने का प्लान
वनराजा मुर्गी पालन शुरू करने के लिए आपको 20-30 मुर्गियों की जरूरत होगी। इसकी शुरुआती लागत 50,000 से 1 लाख रुपये तक हो सकती है। इसमें चूजों की खरीद, दाना, शेड निर्माण और अन्य खर्च शामिल हैं। अगर आप इसे सही तरीके से करते हैं, तो ये मुर्गियां आपको लागत से 2 गुना से ज्यादा मुनाफा दे सकती हैं।
शुरुआत कैसे करें?
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चूजों की खरीद: डीपीआर हैदराबाद या किसी विश्वसनीय हैचरी से वनराजा चूजे खरीदें। एक चूजे की कीमत 30-50 रुपये होती है।
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शेड निर्माण: मुर्गियों के लिए हवादार और सुरक्षित शेड बनाएं। इसके लिए 10×10 फीट का स्थान काफी है।
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दाना और पानी: मुर्गियों को पौष्टिक दाना और साफ पानी दें। दाना बाजार से या घर पर बनाया जा सकता है।
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देखभाल: इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा होने के बावजूद, नियमित जांच और साफ-सफाई जरूरी है।
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बिक्री: 12 हफ्तों बाद मुर्गियों को बाजार या रेस्टोरेंट्स में बेच सकते हैं। अंडों की बिक्री भी अलग से शुरू की जा सकती है।
मुनाफा कितना?
मान लीजिए, आप 30 मुर्गियां खरीदते हैं। प्रति मुर्गी लागत 100-150 रुपये (चूजा, दाना, देखभाल) हो सकती है। यानी कुल लागत 4500 रुपये तक। 12 हफ्तों बाद, प्रत्येक मुर्गी का वजन 2 किलो हो सकता है। अगर आप इन्हें 600 रुपये प्रति किलो की दर से बेचते हैं, तो एक मुर्गी से 1200 रुपये मिलेंगे। यानी 30 मुर्गियों से 36,000 रुपये तक की कमाई। इसके अलावा, अंडों की बिक्री से अतिरिक्त आय भी होगी।