sugarcane News: गन्ने की फसल में लग रहा खतरनाक रोग, तो इस दवा का कर दें छिड़काव, मिल जाएगा छुटकारा और फसल होगी शानदार
sugarcane News: लखीमपुर-खीरी जिले को चीनी का कटोरा कहा जाता है, क्योंकि यहाँ के 80% किसान गन्ने की खेती करते हैं। लेकिन बरसात के मौसम में गन्ने की फसल को कई तरह के रोगों का सामना करना पड़ता है, जिनमें से एक खतरनाक रोग है पोक्का बोइंग। यह रोग गन्ने की पत्तियों, तने और ऊपरी हिस्से को नुकसान पहुँचाता है। अगर समय रहते इस पर ध्यान न दिया जाए, तो पूरी फसल बर्बाद हो सकती है।
पोक्का बोइंग रोग के लक्षण
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पत्तियों पर गोल-गोल धब्बे दिखाई देना।
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पत्तियाँ पीली पड़कर सूखने लगती हैं।
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तने पर काले रंग के धब्बे बन जाते हैं।
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फसल की बढ़त रुक जाती है और उपज कम हो जाती है।
रोग का कारण
यह रोग फफूंद (फंगस) के कारण होता है, जो नमी और गर्म मौसम में तेजी से फैलता है। बारिश के दिनों में इसका प्रकोप ज्यादा देखने को मिलता है।
ऐसे करें बचाव
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फफूंदनाशक दवा का छिड़काव –
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कार्बेन्डाजिम 50% WP (2 ग्राम प्रति लीटर पानी) या
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मैन्कोजेब 75% WP (3 ग्राम प्रति लीटर पानी) का छिड़काव करें।
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10-15 दिन के अंतराल पर दोबारा छिड़काव करें।
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खेत की सफाई –
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खेत में गिरी हुई पत्तियों और रोगग्रस्त पौधों को हटाकर जला दें।
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खरपतवार नियंत्रण जरूर करें।
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सही सिंचाई प्रबंधन –
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खेत में पानी जमा न होने दें, नालियाँ बनाकर अतिरिक्त पानी निकालें।
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संतुलित उर्वरक का प्रयोग –
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पोटाश युक्त खाद डालें, इससे पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
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